रातों में सुकून से सोना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। रात की नींद ना सिर्फ बॉडी को हेल्दी रखती है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य (mental health) को भी हेल्दी (healthy) रखती है। अक्सर लोग पढ़ाई करने के लिए, अपने बचे हुए कामों को निपटाने के लिए, मोबाइल पर इंटरटेनमेंट के साधनों से दिल बहलाने के लिए या फिर देर रात तक टीवी (TV) देखने के लिए जागते हैं। देर रात तक जागना और फिर सुबह जल्दी जागना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
जो लोग बहुत देर रात तक जगते हैं उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और उनका मोटापा भी तेजी से बढ़ता है। रात की कम नींद गुणवत्ता (quality)को भी प्रभावित करती है। देर रात तक जागने से या फिर कम सोने से क्रॉनिक बीमारियों(chronic diseases) जैसे टाइप-2 डायबिटीज, दिल के रोगों, मोटापा (fats) और डिप्रेशन (depression) का खतरा अधिक रहता है। अगर आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो रात की 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें। अगर आपको रात को नींद नहीं आती तो आप इन असरदार टिप्स को अपनाकर सुकून की नींद हासिल कर सकते हैं।
समय पर सोने और समय पर जागने की आदत डालें
हमारी बॉडी की सर्कैडियन रिदम (circadian rhythm) सूर्योदय (sunrise) और सूर्यास्त (the sunset) के साथ सोने और जागने के लिए लय बनाती है। सर्कैडियन रिदम(circadian rhythm) हमारी आंतरिक घड़ी का हिस्सा होता है। जो लोग रात को सूरज डूबने के बाद सोते हैं और सूरज निकलते ही जागते हैं उनकी सेहत हमेशा दुरुस्त रहती है। नींद की गुणवत्ता (quality) में सुधार करके आपक अपनी बॉडी (body) को बेहतर और हेल्दी रख सकते हैं। यदि आपका नींद चक्र गड़बड़ है, तो आप सोने और जागने का समय तय करें। अपने सोने-जागने के समय को सेट करने के लिए आप खुद को समय दें.
रेगुलर एक्सरसाइज करें
अगर आपको रात को सुकून की नींद नहीं आती तो रेगुलर एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करने से आपकी नींद में काफी ज्यादा सुधार होता है। बहुत सारे रिसर्च में ये बात सामने आई है कि रेगुलर एक्सरसाइज सोने के समय को 55%, रात में जागने के समय को 30% और चिंता को 15% तक कम कर सकती है। यह कुल नींद के समय को 18% तक बढ़ा सकती है।
चेक करें कहीं आप स्लीप डिसऑर्डर की शिकार तो नहीं है
अगर आप स्लीप डिसऑर्डर (sleep disorder) का शिकार हैं तो आपके लिए नींद का समय तय करना मुश्किल होगा। आप स्लीप डिसऑर्डर (sleep disorder) को सुधारने के लिए आप डॉक्टर से संपर्क करें। स्लीप एपनिया (sleep apnea)भी एक ऐसी परेशानी है जिसमें लोगों को नींद के दौरान सांस लेने में कठिनाई होती है, जिसके परिणामस्वरूप नींद का पैटर्न बाधित होता है।
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