हमें कई बार ऐसा लगता है कि खाना खाने के मामले में हम सही से अपने खान-पान का ख्याल नहीं रख रहे। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को हेल्दी डायट जरूरी होती है, लेकिन अगर बात की जाए हेल्दी खाने की तो कई बार लोगों को ये समझ नहीं आता कि कितना खाना सही है और कितनी मात्रा हमारे शरीर के लिए गलत साबित हो सकती है। वैसे तो अक्सर डाईटीशियन(dietitian) या न्यूट्रीशनिस्ट इस बारे में बताते हैं, लेकिन कई रिसर्च भी इसकी जानकारी दे चुकी हैं कि कैसे एक हेल्दी प्लेट(healthy) बनाई जा सकती है।
सबसे पहले तो हम आपको बता दे कि कम खाना जरूरी नहीं है एक हेल्दी प्लेट के लिए। हेल्दी प्लेट में सभी तरह के न्यूट्रीशन और प्रोटीन होने चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि आपकी प्लेट में 50% जगह पर सब्जियां और फल होने चाहिए तभी ये हेल्दी ईटिंग में माना जाएगा।
हम प्लेट का चुनाव कैसे करें?
सबसे पहले ये ध्यान रखें कि आपकी प्लेट(plat) का साइज बहुत जरूरी है। अगर आप किसी रेस्टोरेंट में बहुत ज्यादा बड़ी थाली खा रही हैं और उसका आधा सब्जियों और फलों से भरा है तो भी ये नुकसानदेह है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
जरूरी ये भी है कि आप अपनी प्लेट में 50-50 रूल फॉलो करें
क्या है ये 50-50 रूल?
इस रूल के मुताबिक आपकी प्लेट का आधा हिस्सा फल और नॉन स्टार्च वाली सब्जियों से भरा होना चाहिए। सब्जी का मतलब ये नहीं कि चिकन करी या फिर कढ़ाई पनीर या आलू भुजिया जैसी सब्जी ली जाए। इसकी जगह आप नॉन स्टार्च वाली सब्जियां जैसे बीन्स, हरी सब्जियां, आदि सब चुनें। जरूरी नहीं है कि इसे कच्चा खाया जाए, लेकिन इन सब्जियों में हेल्दी न्यूट्रीशन होते हैं जो आपको ज्यादा बेहतर सेहत दे सकते हैं। इसमें सैलेड भी लिया जा सकता है। आप अच्छा सैलेड बनाएं और उसे खाएं।
इसके बाद बची हुई आधी प्लेट के आधे हिस्से में रोटी, बिना स्टार्च(starch) वाला चावल या अगर पास्ता(pasta) आदि खाना है तो Whole wheat pasta खाएं जो ऑलिव ऑयल(olive oil) में बना हो, ऐसा ही काम नूडल्स(noodles) के साथ कर सकती हैं। यानी आपको इस सेक्शन(section)को अनाज से भरना है और जितना हो सके इसे सादा ही रखना है। इसमें कम तेल(oil) और स्टार्च होना चाहिए।
अब बचा हुआ आखिरी हिस्सा जो है उसमें साफ प्रोटीन(protein) होना चाहिए। यानी अंडे(egg), टोफू, पनीर, मछली, चिकन आदि डाल सकती हैं।
0 Comments